सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुऽते॥
आध्यंतरहीते देवी आद्यशक्ति महेश्वरी। योगजे योग सम्भुते महालक्ष्मी नमोस्तुऽते॥
महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती देव्यै। त्रिरूपा त्रिगुणात्मिका महेश्वरी नमोस्तुऽते॥
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥
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